Partners:
निर्णयकर्ता:
1) श्री अमित अग्रवाल, ग्लोबल सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और कंट्री हेड, Amazon इंडिया
2) अभिनव सिंह, वीपी, ऑपरेशंस, Amazon इंडिया
3) श्री भूपेंद्र यादव, श्रम और रोजगार मंत्री, भारत सरकार
समस्या का कारण क्या है?
पीक हॉलिडे सीज़न में, ई-कॉमर्स का काम काफी बढ़ जाता है, और दुनिया भर में लाखों लोग इसकी ओर खिंचे चले आते हैं। हालांकि, इस रिकॉर्ड-तोड़ बिक्री के बीच, एक छुपी हुयी कॉस्ट भी होती है - ऑनलाइन शॉपिंग में Amazon की सफलता मौसम, सेहत और कर्मचारियों की भलाई को प्रभावित करती है।
"मैं Amazon के आउटबाउंड डिपार्टमेंट में काम करता हूं, जहां मैं स्लैम का काम संभालता हूं। स्लैम में, हमें पैकेजों पर लेबल लगाना होता है। हमें एक घंटे में 550 से 600 लेबल लगाने होते हैं। अगर हम इन टारगेट्स को पूरा नहीं करते हैं और सिर्फ 300 से 350 लेबल ही लगाते हैं, तो PS (प्रॉब्लम सॉल्वर) और PA (प्रोसेस असिस्टेंट) नेगेटिव फीडबैक देते हैं और हम पर चिल्लाते हुए ये कहते हैं कि टारगेट पूरा नहीं हो रहा है। तुम्हें काम करके टारगेट पूरा करना ही होगा; और अगर ऐसा नहीं कर सकते तो यहाँ से जा सकते हो।” -ऐसा Amazon वेयरहाउस के एक वर्कर ने कहा।
Amazon वेयरहाउस के वर्कर मुश्किल टारगेट्स को सहन करते हुए घंटों काम करते हैं, रोजाना 10 घंटे तक खड़े रहते हैं, और सिर्फ दो छोटे ब्रेक लेकर हर घंटे 240 आइटम्स को प्रोसेस करते हैं और टारगेट पूरा ना होने पर उन्हें गलत भाषा का सामना करना पड़ता है, जिसके चलते कई वर्कर मजबूरी में इस्तीफा दे देते हैं। लगातार बने रहने वाला ये प्रेशर इतना गंभीर होता है कि शौचालय तक जाने पर भी रोक लग जाती है, जिससे शारीरिक परेशानी होती है। हर घंटे के टारगेट के आधार पर लगातार ट्रैकिंग काम के माहौल को एक रोबोट की तरह बना देती है जहां किसी से भी बात करना मना है।
कोई भी चोट लगने पर आरोप लगाए जाते हैं और तुरंत नौकरी से निकाल दिया जाता है, शौचालय ब्रेक का समय सावधानी से तय किया जाता है और आइडल टाइम की जांच की जाती है। ब्रेक के दौरान भी, सिक्योरिटी चेक के लिए 30 मिनट का समय 15-16 मिनट कम कर दिया जाता है, जिससे ड्यूटी पर लौटने से पहले खाने जैसी ज़रूरी चीज़ों के लिए सिर्फ 14-15 मिनट ही मिलते हैं। ये एक ऐसा कड़वा सच है जिसपर तुरंत ध्यान देना चाहिए और Amazon वेयरहाउस के वर्कफोर्स की भलाई और अधिकारों को सुरक्षित रखने के लिए तुरंत कार्यवाही की जानी चाहिए।
“जब मैं कंपनी में काम कर रहा था, तो एक एक्सीडेंट के दौरान मेरी उंगली में चोट लग गई। उन्होंने मुझे डोलो नाम की एक टेबलेट देकर मुझसे काम करवाया। भले ही मेरा एक्सीडेंट हो गया था, फिर भी उन्होंने मुझसे काम करवाया। उन्होंने मुझे दस्ताने पहना कर काम करने को कहा। मेरी उंगली से लगातार खून बह रहा था जो दस्तानों से भी रिसने लगा था, इसलिए मैंने अपने एचआर से बात की और उनसे कहा कि मैं घर जाना चाहता हूं ताकि मैं अस्पताल जा सकूं और इसका कुछ कर सकूं। उन्होंने मुझसे कहा कि अगर मैं घर चला गया तो मुझे उस दिन की सैलरी नहीं मिलेगी। तो मैंने कहा ठीक है, मैं काम करूँगा। उन्होंने मुझसे पूछा कि कौन से हाथ में चोट लगी है, और मैंने बताया कि मेरे दाहिना हाथ में। फिर उन्होंने मुझसे कहा कि मैं अपने बाएं हाथ से काम कर सकता हूं, और अगर मैं अनलोडिंग का काम नहीं कर सकता, तो मैं कोई दूसरा काम कर सकता हूं। मैंने कहा कि मेरे हाथ से बहुत ज्यादा खून बह रहा है, लेकिन एचआर ने बोला कि अगर मैं दोबारा शिकायत करने आया, तो वो मुझे ब्लॉकलिस्ट कर देंगे। मैं अगले दिन काम पर गया लेकिन तब तक वो मुझे ब्लॉकलिस्ट में डाल चुके थे। मैंने उनसे कारण पूछा, तो उन्होंने कहा कि मुझे एक महीने पहले ब्लॉकलिस्ट में डाल दिया गया था। भले ही मैंने पिछले दिन काम किया था, फिर भी उन्होंने मुझे बताया कि मुझे एक महीने पहले ही ब्लॉकलिस्ट में डाल दिया गया था।'' - ऐसा Amazon वेयरहाउस के एक वर्कर ने बताया
वेयरहाउस के कर्मचारियों की मांग:
1) समान वेतन नीति:
Amazon वेयरहाउस में एक बराबर वेतन की शुरुआत करें
कम से कम रु.25,000 सैलरी और रु.20,000 का दिवाली बोनस सुनिश्चित करें
2) कॉन्ट्रैक्ट सिस्टम को बंद करें:
Amazon वेयरहाउस में रोजाना के कॉन्ट्रैक्ट सिस्टम को बंद करें और सभी पार्ट-टाइम कर्मचारियों को सालाना 200 कार्यदिवस के साथ नियमित करें।
सुनिश्चित करें कि 240 दिन काम करने वाले कॉन्ट्रैक्ट के कर्मचारियों को परमानेंट किया जाये।
3) महिला कर्मचारियों की सुरक्षा
महिला कर्मचारियों के उत्पीड़न को रोकने के लिए नियम बनाएं
पर्याप्त और आसान सुविधाएं प्रदान करें जिनमें आराम करने के लिए जगह और साफ़-सफाई और हाइजीन सम्बंधित सुविधाएं शामिल हों।
4) उचित टारगेट्स:
व्यावहारिक टारगेट निर्धारित करें जो कर्मचारियों की मानसिक और शारीरिक क्षमता के प्रतिकूल ना हो।
बिना सूचना के कार्डों को एकतरफा ब्लॉक करना बंद करें और घरेलू पूछताछ बंद करें।
5) एक्सीडेंट के लिए मुआवज़ा:
ड्यूटी से संबंधित दुर्घटनाओं से प्रभावित सभी कर्मचारियों के लिए उचित मुआवजा सुनिश्चित करें
Partners:
निर्णयकर्ता:
1) श्री अमित अग्रवाल, ग्लोबल सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और कंट्री हेड, Amazon इंडिया
2) अभिनव सिंह, वीपी, ऑपरेशंस, Amazon इंडिया
3) श्री भूपेंद्र यादव, श्रम और रोजगार मंत्री, भारत सरकार
समस्या का कारण क्या है?
पीक हॉलिडे सीज़न में, ई-कॉमर्स का काम काफी बढ़ जाता है, और दुनिया भर में लाखों लोग इसकी ओर खिंचे चले आते हैं। हालांकि, इस रिकॉर्ड-तोड़ बिक्री के बीच, एक छुपी हुयी कॉस्ट भी होती है - ऑनलाइन शॉपिंग में Amazon की सफलता मौसम, सेहत और कर्मचारियों की भलाई को प्रभावित करती है।
"मैं Amazon के आउटबाउंड डिपार्टमेंट में काम करता हूं, जहां मैं स्लैम का काम संभालता हूं। स्लैम में, हमें पैकेजों पर लेबल लगाना होता है। हमें एक घंटे में 550 से 600 लेबल लगाने होते हैं। अगर हम इन टारगेट्स को पूरा नहीं करते हैं और सिर्फ 300 से 350 लेबल ही लगाते हैं, तो PS (प्रॉब्लम सॉल्वर) और PA (प्रोसेस असिस्टेंट) नेगेटिव फीडबैक देते हैं और हम पर चिल्लाते हुए ये कहते हैं कि टारगेट पूरा नहीं हो रहा है। तुम्हें काम करके टारगेट पूरा करना ही होगा; और अगर ऐसा नहीं कर सकते तो यहाँ से जा सकते हो।” -ऐसा Amazon वेयरहाउस के एक वर्कर ने कहा।
Amazon वेयरहाउस के वर्कर मुश्किल टारगेट्स को सहन करते हुए घंटों काम करते हैं, रोजाना 10 घंटे तक खड़े रहते हैं, और सिर्फ दो छोटे ब्रेक लेकर हर घंटे 240 आइटम्स को प्रोसेस करते हैं और टारगेट पूरा ना होने पर उन्हें गलत भाषा का सामना करना पड़ता है, जिसके चलते कई वर्कर मजबूरी में इस्तीफा दे देते हैं। लगातार बने रहने वाला ये प्रेशर इतना गंभीर होता है कि शौचालय तक जाने पर भी रोक लग जाती है, जिससे शारीरिक परेशानी होती है। हर घंटे के टारगेट के आधार पर लगातार ट्रैकिंग काम के माहौल को एक रोबोट की तरह बना देती है जहां किसी से भी बात करना मना है।
कोई भी चोट लगने पर आरोप लगाए जाते हैं और तुरंत नौकरी से निकाल दिया जाता है, शौचालय ब्रेक का समय सावधानी से तय किया जाता है और आइडल टाइम की जांच की जाती है। ब्रेक के दौरान भी, सिक्योरिटी चेक के लिए 30 मिनट का समय 15-16 मिनट कम कर दिया जाता है, जिससे ड्यूटी पर लौटने से पहले खाने जैसी ज़रूरी चीज़ों के लिए सिर्फ 14-15 मिनट ही मिलते हैं। ये एक ऐसा कड़वा सच है जिसपर तुरंत ध्यान देना चाहिए और Amazon वेयरहाउस के वर्कफोर्स की भलाई और अधिकारों को सुरक्षित रखने के लिए तुरंत कार्यवाही की जानी चाहिए।
“जब मैं कंपनी में काम कर रहा था, तो एक एक्सीडेंट के दौरान मेरी उंगली में चोट लग गई। उन्होंने मुझे डोलो नाम की एक टेबलेट देकर मुझसे काम करवाया। भले ही मेरा एक्सीडेंट हो गया था, फिर भी उन्होंने मुझसे काम करवाया। उन्होंने मुझे दस्ताने पहना कर काम करने को कहा। मेरी उंगली से लगातार खून बह रहा था जो दस्तानों से भी रिसने लगा था, इसलिए मैंने अपने एचआर से बात की और उनसे कहा कि मैं घर जाना चाहता हूं ताकि मैं अस्पताल जा सकूं और इसका कुछ कर सकूं। उन्होंने मुझसे कहा कि अगर मैं घर चला गया तो मुझे उस दिन की सैलरी नहीं मिलेगी। तो मैंने कहा ठीक है, मैं काम करूँगा। उन्होंने मुझसे पूछा कि कौन से हाथ में चोट लगी है, और मैंने बताया कि मेरे दाहिना हाथ में। फिर उन्होंने मुझसे कहा कि मैं अपने बाएं हाथ से काम कर सकता हूं, और अगर मैं अनलोडिंग का काम नहीं कर सकता, तो मैं कोई दूसरा काम कर सकता हूं। मैंने कहा कि मेरे हाथ से बहुत ज्यादा खून बह रहा है, लेकिन एचआर ने बोला कि अगर मैं दोबारा शिकायत करने आया, तो वो मुझे ब्लॉकलिस्ट कर देंगे। मैं अगले दिन काम पर गया लेकिन तब तक वो मुझे ब्लॉकलिस्ट में डाल चुके थे। मैंने उनसे कारण पूछा, तो उन्होंने कहा कि मुझे एक महीने पहले ब्लॉकलिस्ट में डाल दिया गया था। भले ही मैंने पिछले दिन काम किया था, फिर भी उन्होंने मुझे बताया कि मुझे एक महीने पहले ही ब्लॉकलिस्ट में डाल दिया गया था।'' - ऐसा Amazon वेयरहाउस के एक वर्कर ने बताया
वेयरहाउस के कर्मचारियों की मांग:
1) समान वेतन नीति:
Amazon वेयरहाउस में एक बराबर वेतन की शुरुआत करें
कम से कम रु.25,000 सैलरी और रु.20,000 का दिवाली बोनस सुनिश्चित करें
2) कॉन्ट्रैक्ट सिस्टम को बंद करें:
Amazon वेयरहाउस में रोजाना के कॉन्ट्रैक्ट सिस्टम को बंद करें और सभी पार्ट-टाइम कर्मचारियों को सालाना 200 कार्यदिवस के साथ नियमित करें।
सुनिश्चित करें कि 240 दिन काम करने वाले कॉन्ट्रैक्ट के कर्मचारियों को परमानेंट किया जाये।
3) महिला कर्मचारियों की सुरक्षा
महिला कर्मचारियों के उत्पीड़न को रोकने के लिए नियम बनाएं
पर्याप्त और आसान सुविधाएं प्रदान करें जिनमें आराम करने के लिए जगह और साफ़-सफाई और हाइजीन सम्बंधित सुविधाएं शामिल हों।
4) उचित टारगेट्स:
व्यावहारिक टारगेट निर्धारित करें जो कर्मचारियों की मानसिक और शारीरिक क्षमता के प्रतिकूल ना हो।
बिना सूचना के कार्डों को एकतरफा ब्लॉक करना बंद करें और घरेलू पूछताछ बंद करें।
5) एक्सीडेंट के लिए मुआवज़ा:
ड्यूटी से संबंधित दुर्घटनाओं से प्रभावित सभी कर्मचारियों के लिए उचित मुआवजा सुनिश्चित करें